भारत में धूम्रपान में अभूतपूर्व तेजी

अमेरिका तंबाकू सेवन से छुटकारा पाने वालों में जहां सबसे आगे रहा, वहीं वैश्विक स्तर पर प्रतिदिन धूम्रपान करने वालों की संख्या में चिंताजनक स्तर पर वृद्धि हुई है, जिसमें भारत भी शामिल है।

एक शोध पत्रिका 'जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन' में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, भारत में तीन दशक पहले जहां धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों की संख्या 7.45 करोड़ थी, अब उसमें काफी वृद्धि हो चुकी है। आज भारत में लगभग 11 करोड़ व्यक्ति धूम्रपान की लत के शिकार हैं।

अध्ययन के अनुसार, भारत में धूम्रपान करने वाली महिलाओं की संख्या में भी काफी तेजी से वृद्धि हुई है। 1980 में जहां 53 लाख महिलाएं धूम्रपान करती थीं, वहीं 2012 में यह संख्या बढ़कर 1.21 करोड़ हो चुकी है। महिलाओं द्वारा धूम्रपान करने के मामले में अमेरिका के बाद भारत दूसरा सबसे बड़ा देश है।

वाशिंगटन विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैलुएशन में सहायक प्रवक्ता मारी आंग ने अध्ययन में कहा, "भारत, बांग्लादेश, चीन और इंडोनेशिया सहित कई एशियाई देशों में 2006 के बाद से धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है।"

उन्होंने आगे कहा, "कई देशों में नियंत्रणकारी नीतियां पहले ही लागू कर दी गई हैं, इसके बावजूद जिन देशों में धूम्रपान करने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है वहां तंबाकू सेवन पर नियंत्रण लगाने के लिए सघन प्रयास किए जाने की जरूरत है।"

अध्ययन में कहा गया है कि 15 वर्ष की आयु से अधिक की आबादी में तेजी से वृद्धि होने के कारण धूम्रपान करने वालों की संख्या में तेज इजाफा देखने को मिला है।